शोले अगर संस्कृत भाषा में बनती तो कैसे डायलॉग होते
गब्बर : कितने आदमी थे ?
कति जना: सन्ति ?
साम्बा: दो सरदार
द्वे सरदार:
गब्बर : हम्म्म्म वो दो और तुम तीन फिर भी खली हाथ लौट आये
हम्म्म्म तौ दौ यूयं च त्रय, पुनः अपि रिक्त हस्तं प्रत्यागतवन्तः
गब्बर : धिक्कार है
धिक्कतवाम्
गब्बर : अरे ओ साम्बा कितना इनाम रखी है सरकार हम पर
भौ साम्बा: सर्वकारेन कति पारितोषिकानि अस्माकं कृते उद्गोषितानि
साम्बा : पूरे पच्चास हज़ार सरकार
पूर्ण पञ्चशत सहस्राणि
गब्बर : सुना पुरे पच्चास हज़ार
श्रुतम् पूर्ण पञ्चशत सहस्राणि
गब्बर : यह इसलिए जब पच्चास-पच्चास कोस दूर बच्चा रोता है तो माँ कहती है सो जा बेटा नही तो गब्बर आ जायेगा
इदं एतदार्थम् यदा पञ्चशत कोस दूरं बालकः रुदिति तदा माता वदति शयनं कुरु अन्यथा गब्बर सिंह: आगमिष्यति
गब्बर : और तीनो हरामजादे खाली हाथ लौट आये
टोपी त्रय जनाः रिक्त हस्तं प्रत्यागतवन्तः
गब्बर : क्या सोच के आये थे सरदार बहुत खुश होगा
किं विचिन्तय आगत: सरदार: प्रसन्न भविष्यति
गब्बर : इसकी सजा मिलेगी
एतस्य दण्डः मिलिष्यति
गब्बर : कितनी गोली है इसमें
कति गोलिका सन्ति
कालिया: छह सरदार
षड सरदार:
गब्बर : छह गोली और आदमी तीन
षड गुलिका: त्रय च जनाः
गब्बर : बहुत नाइंसाफी है
अतीव अन्याय: अस्ति
ठां ...... ठां .....ठां
गब्बर : अब ठीक है
इदानीम सम्यक
गब्बर : तीन आदमी और तीन गोली
त्रय जनाः तस्र् गोलिका
गब्बर : अब हम इसे घुमाय देते हैं
इदानीम एतं भ्रामयाम
गब्बर : देखें किसे क्या मिलता है
पश्यामः कस्मै किं मिलति
ठां स्स्स्स्स
गब्बर : बच गया
अवशिष्टः
गब्बर : बच गया
अवशिष्टः
गब्बर : अब तेरा क्या होगा कालिया
तव किं भवेत् कालिया:
कालिया : सरकार मैंने आपका नमक खाया है
हे प्रधानपुरुष:म्य तव लवणम् खाद्यते
गब्बर :अब गोली खा
अधुना गोलीम् खाद
गब्बर : जो डरगया वो मर गया
य भीत भवेत् स: मृत:एव मन्य
गब्बर : कितने आदमी थे ?
कति जना: सन्ति ?
साम्बा: दो सरदार
द्वे सरदार:
गब्बर : हम्म्म्म वो दो और तुम तीन फिर भी खली हाथ लौट आये
हम्म्म्म तौ दौ यूयं च त्रय, पुनः अपि रिक्त हस्तं प्रत्यागतवन्तः
गब्बर : धिक्कार है
धिक्कतवाम्
गब्बर : अरे ओ साम्बा कितना इनाम रखी है सरकार हम पर
भौ साम्बा: सर्वकारेन कति पारितोषिकानि अस्माकं कृते उद्गोषितानि
साम्बा : पूरे पच्चास हज़ार सरकार
पूर्ण पञ्चशत सहस्राणि
गब्बर : सुना पुरे पच्चास हज़ार
श्रुतम् पूर्ण पञ्चशत सहस्राणि
गब्बर : यह इसलिए जब पच्चास-पच्चास कोस दूर बच्चा रोता है तो माँ कहती है सो जा बेटा नही तो गब्बर आ जायेगा
इदं एतदार्थम् यदा पञ्चशत कोस दूरं बालकः रुदिति तदा माता वदति शयनं कुरु अन्यथा गब्बर सिंह: आगमिष्यति
गब्बर : और तीनो हरामजादे खाली हाथ लौट आये
टोपी त्रय जनाः रिक्त हस्तं प्रत्यागतवन्तः
गब्बर : क्या सोच के आये थे सरदार बहुत खुश होगा
किं विचिन्तय आगत: सरदार: प्रसन्न भविष्यति
गब्बर : इसकी सजा मिलेगी
एतस्य दण्डः मिलिष्यति
गब्बर : कितनी गोली है इसमें
कति गोलिका सन्ति
कालिया: छह सरदार
षड सरदार:
गब्बर : छह गोली और आदमी तीन
षड गुलिका: त्रय च जनाः
गब्बर : बहुत नाइंसाफी है
अतीव अन्याय: अस्ति
ठां ...... ठां .....ठां
गब्बर : अब ठीक है
इदानीम सम्यक
गब्बर : तीन आदमी और तीन गोली
त्रय जनाः तस्र् गोलिका
गब्बर : अब हम इसे घुमाय देते हैं
इदानीम एतं भ्रामयाम
गब्बर : देखें किसे क्या मिलता है
पश्यामः कस्मै किं मिलति
ठां स्स्स्स्स
गब्बर : बच गया
अवशिष्टः
गब्बर : बच गया
अवशिष्टः
गब्बर : अब तेरा क्या होगा कालिया
तव किं भवेत् कालिया:
कालिया : सरकार मैंने आपका नमक खाया है
हे प्रधानपुरुष:म्य तव लवणम् खाद्यते
गब्बर :अब गोली खा
अधुना गोलीम् खाद
गब्बर : जो डरगया वो मर गया
य भीत भवेत् स: मृत:एव मन्य
Haha lol this helped me do my sanskrit holiday homework
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